बिहार जातिगत जनगणना 2015
बिहार जातिगत जनगणना 2015
बिहार में जाति आधारित जनगणना का मुद्दा लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है। बिहार राज्य सरकार ने 2015 में जाति आधारित सर्वेक्षण (Caste Survey) करवाया था, जो समाज की जातिगत संरचना और आर्थिक स्थिति का आंकलन करने के उद्देश्य से किया गया था। इस सर्वे के अनुसार विभिन्न जातियों के बारे में विस्तृत आंकड़े प्राप्त किए गए थे, हालांकि यह जनगणना आधिकारिक रूप से जारी नहीं की गई थी।
आइए, कुछ प्रमुख जातियों के आंकड़ों की जानकारी देखें, जो इस सर्वे में आई थीं:
1. कुल जनसंख्या (2015 जाति सर्वे के अनुसार)
- कुल जनसंख्या: लगभग 11.17 करोड़ (1.11 मिलियन)
2. अन्य पिछड़ी जातियाँ (OBC)
- कुर्मी: 4.1%
- कोइरी: 3.5%
- यादव: 14.6%
- कुम्हार: 2.7%
3. Scheduled Caste (SC) - अनुसूचित जाति
- अनुसूचित जाति की जनसंख्या: लगभग 16.5%
4. Scheduled Tribe (ST) - अनुसूचित जनजाति
- अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या: लगभग 1.3%
5. सामान्य जातियाँ
- ब्राह्मण: लगभग 1.8%
- राजपूत: लगभग 3.5%
- बनिया: लगभग 3.4%
6. दूसरी जातियाँ (अलग-अलग सामाजिक और धार्मिक समूह)
- मुसलमान: लगभग 16.9% (सर्वे के अनुसार मुस्लिम समुदाय को भी जाति आधारित सर्वे में शामिल किया गया था)
7. अल्पसंख्यक जातियाँ और अन्य
- अन्य जातियाँ: लगभग 2%
इस जाति आधारित जनगणना के द्वारा सरकार ने विभिन्न जातियों और समुदायों की सामाजिक, आर्थिक स्थिति और विकास के लिए नीति बनाने का उद्देश्य रखा था। हालांकि, यह सर्वे पूरी तरह से सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन इसके निष्कर्षों को राजनीति में और समाज में कई स्तरों पर महत्वपूर्ण माना जाता है।
नोट: ये आंकड़े 2015 के जाति सर्वे के थे और अभी तक इन्हें पूरी तरह से प्रकाशित नहीं किया गया है। राज्य सरकार ने इसे सिर्फ आंतरिक उद्देश्यों के लिए ही रखा है।
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